What is the mutual funds in hindi: हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका इस आर्टिकल में, दोस्तों आज हम लोग बात करने वाले हैं म्यूच्यूअल फंड क्या है? के बारे में, साथ ही इस आर्टिकल में हमलोग what is the mutual funds in hindi के बारे में पूरी जानकारी आसान भाषा में जानने वाले है।
दोस्तों अक्सर हमे TV, Newspaper, social media आदि जगहों पे mutual fund का ads देखने को मिलते रहता है। साथ ही आपने अपने आसपास के लोगो, दोस्तों, रिश्तेदारों से भी अक्सर सुना होगा की वह mutual fund में invest कर यानी पैसा लगा कर अच्छा खासा return प्राप्त कर रहा है यानी उन्हें म्यूच्यूअल फंड में लगाए गए पैसे पे काफी अच्छा interest मिल रहा है।
दोस्तों आपको बता दे की जहाँ आजकल बैंक में कराए गए FD (Fixed Deposit) पे हमे केवल 5%-6% की interest दिया जाता है वही mutual fund में invest कर आप 15% से 25% तक का काफी अच्छा return यानि interest प्राप्त कर सकते है।
ऐसे में अक्सर आपका भी मन करता होगा की मैं भी mutual funds में invest करू और आपके मन में यह प्रश्न भी आता होगा की ये म्यूच्यूअल फंड क्या होता है? और म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्ट कैसे करू? तो दोस्तों आपको बता दे की mutual fund के बारे में हमे जितना आसान दिखाई देता है या हम जितना आसान सोचते है ये उतना भी आसान नहीं है और जब बात आती है पैसे की इन्वेस्ट करना तो वह हमे काफी सोच समझ कर करना चाहिए नहीं तो हम अपना वर्षो की खून पसीने की कमाई को खो सकते है।
पर वही यदि आप म्यूच्यूअल फंड के बारे में अच्छे से जन कर सही तरीके से म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्ट करे तो इसमें आप काफी अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते है। इसलिए दोस्तों म्यूच्यूअल फंड में इन्वेस्ट करने से पहले यानी म्यूच्यूअल फंड में पैसे लगाने से पहले आपको म्यूच्यूअल फंड के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लेना चहिए ताकि आप भी म्यूच्यूअल फंड में पैसे लगा के काफी अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सके।
तो चलिए mutual funds kya hai? के बारे में आसान और सरल भाषा में पूरी जानकारी जानते है। (mutual fund in hindi)
Table of Contents (विषयसूची)
म्यूच्यूअल फंड का अर्थ क्या होता है? (mutual fund means in hindi)
Mutual Fund का अर्थ को सरल भाषा में समझे तो Mutual का अर्थ होता है “आपसी” वही Fund का अर्थ होता है “निधि” यानी रकम और इस प्रकार Mutual Fund का अर्थ यानी mutual fund means in hindi यानी mutual funds hindi meaning की बात करे तो इसका अर्थ होता है “आपसी निधि”
म्यूच्यूअल फंड क्या है? (what is the mutual funds in hindi)
Mutual funds kya hai? की बात करे तो जैसा की हमने जाना की Mutual Fund का अर्थ होता है “आपसी निधि” यानी Mutual Fund एक ऐसा निधि यानी रकम है जिसमे बहुत सारे लोगो के पैसे को इकठ्ठा यानी collect करके रखा जाता है।
यानी Mutual Fund एक प्रकार की कंपनी होती है जिसमे बहुत सारे लोगो के पैसे को इकठ्ठा करके रखा जाता है। इस इकठ्ठा यानी collected फण्ड को AMU (Asset Under Management) कहा जाता है। फिर कंपनी लोगो से इकठ्ठा किए गए पैसे को यानी AMU को अच्छी से अच्छी जगह इन्वेस्ट किया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सके।
दोस्तों हर Mutual Fund को manage करने के लिए professionals होते है जिन्हें fund manager कहा जाता है। Mutual Fund में collect किये गए फण्ड को कहा invest करना है और कितना invest करना है इसका decision fund manager लेते है।
अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होता की mutual fund kaise kaam karta hai? तो चलिए इसके बारे में भी जानते है।
म्यूचुअल फंड कैसे काम करता है?
म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ लोगो के पैसे को इकठ्ठा कर उस पैसे को अलग अल जगह पे थोड़ा थोड़ा करके निवेश करते है जैसे कि कुछ पैसा शेयर मार्केट में लगा दिया, कुछ गवर्नमेंट बॉन्ड्स में लगा दिया, कुछ गोल्ड में, कुछ कारपोरेट बांड में, कुछ रियल इस्टेट में, कुछ एफडी में, कुछ सिक्योरिटीज और ऐसे ही कई सारे जगह पे कुछ कुछ करके पैसा का निवेश कर देते है।
फिर म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ को जब उस निवेश किए गए पैसे का रिटर्न प्राप्त होता है यानी profits मिलता है तो वह अपने सारे AMU member को यानी जितने लोगो ने उस म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ को पैसा दिया था उन सभी में अपना profits बराबर बाट देते है।
म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ के द्वारा कई जगह पे पैसा निवेश करने का फायदा यह है की मान लीजिये कम्पनी 5 जगह पैसा निवेश की और किसी जगह कंपनी का नुकसान हो जाए तो कंपनी बाकी जगह से मिले profit के कारन उस नुकसान को आसानी से manage कर सकता है। और इस प्रकार म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ को काफी कम ही निकसान होता है जिस कारन से म्यूच्यूअल फंड में पैसे लगाने वालो को अच्छा खासा रिटर्न प्राप्त होता है प्राप्त होता है।
पर आपको बता दे की ये हर म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ नहीं कर पते है बहुत से ऐसे म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ है जो लोगो को काफी अच्छा profit दे रही वही कुछ कुछ ऐसी भी म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ है जो लोगो का नुकसान भी कर देती है आपको म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए सबसे पहले एक अच्छा म्यूच्यूअल फंड कंपनियाँ का चुनाव करना होगा।
चलिए अब हमलोग जानते है की mutual fund kitne prakar ke hote hai?
म्यूच्यूअल फंड कितने प्रकार के होते है?
म्यूच्यूअल फंड को सामान्यता Asset और Structure के आधार पे बांटा जाता है
Asset के आधार पर म्यूच्यूअल फंड के प्रकार
- Equity mutual fund
- Debt mutual fund
- Hybrid mutual fund
Equity mutual fund
इक्विटी म्यूच्यूअल फंड में पैसे को शेयर मार्किट में निवेश किए जाते है यदि आप चाहते है की आपके पैसे को शेयर मार्किट में listed किसी कंपनी के शेयर को खरीदने में किया जाए तो आप इक्विटी म्यूच्यूअल फंड में पैसे लगा सकते है।
Debt mutual fund
डेब्ट म्यूच्यूअल फंड में पैसे को government bonds, treasury bills में निवेश किए जाते है यदि आप चाहते है की आपके पैसे को शेयर मार्किट में निवेश ना करके government bonds, treasury bills आदि को खरीदने में किया जाए तो आप डेब्ट म्यूच्यूअल फंड में पैसे लगा सकते है। डेब्ट म्यूच्यूअल फंड में risk और return दोनों generally इक्विटी म्यूच्यूअल फंड से बहुत कम होता है।
Hybrid mutual fund
हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड ऐसे म्यूच्यूअल फंड होते है जो शेयर मार्किट और government bonds दोनों में invest करते है। यदि आप चाहते है की आपके पैसे के कुछ हिस्सा को शेयर मार्किट में listed किसी कंपनी के शेयर को खरीदने में किया जाए और कुछ हिसा को government bonds, treasury bills आदि को खरीदने में किया जाए तो आप हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड में पैसे लगा सकते है। हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड में risk और return दोनों generally डेब्ट म्यूच्यूअल फंड से ज्यादा और इक्विटी म्यूच्यूअल फंड से कम होता है।
Structure के आधार पर म्यूच्यूअल फंड के प्रकार
- Open ended mutual fund
- Closed ended mutual fund
- Interval funds
Open ended mutual fund
ओपन एंडेड म्यूच्यूअल फंड ऐसे म्यूच्यूअल फंड होते है जिसमे में हम अपना funds कभी भी invest और sell सकते है।
Closed ended mutual fund
क्लोज्ड एंडेड म्यूच्यूअल फंड में हम सिर्फ म्यूच्यूअल फंड के start में ही invest कर सकते है और उसके बाद जब तक म्यूच्यूअल फंड का term end नहीं हो जाता हम ना तो इस तरह के म्यूच्यूअल फंड में और invest कर सकते है और ना ही sell कर सकते है।
Interval funds
इंटरवल फंड्स में हम एक खास इंटरवल यानी समय में ही invest और sell कर सकते है और इंटरवल यानी समय ख़त्म हो जाने के बाद हम ना तो invest कर सकते है और ना ही sell कर सकते है।
चलिए अब हम जानते है की mutual fund ke fayde kya hai?
म्यूच्यूअल फंड के क्या फायदे हैं?
म्यूच्यूअल फंड के अनेक फायदे हैं इसी वजह से यह बहुत लोकप्रिय बन गया है। म्यूच्यूअल फंड के कुछ फायदे नीचे दिए हुए हैं:-
- प्रोफेशनल मैनेजमेंट की सुविधा:- दोस्तों आप जब किसी म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं तो आपके निवेश में से कुछ रसीद अनुपात के रूप में काट ली जाती है। या रसीद एक से दो प्रतिशत होता है जो कि बहुत कम होता है। इस प्रकार बहुत कम खर्चे में आप प्रोफेशनल मैनेजमेंट की सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं। म्यूच्यूअल फंड की इस कम खर्चे का कारण है बहुत से व्यक्ति मिलकर एक फंड में निवेश करते हैं। जिससे उस फंड को मैनेज करने का खर्चा सभी व्यक्तियों में बंट जाता है।
- कम पूंजी से भी निवेश का विकल्प:- अगर आपको सीधे स्टॉक मार्केट में निवेश करना है तो आपको अधिक पूंजी की आवश्यकता होगी लेकिन आप बहुत कम पैसों से भी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। म्यूच्यूअल फंड का सबसे बड़ा फायदा है कि 500 से ₹1000 में भी आप SIP का शुरुआत कर सकते हैं। इसमें आपको निवेश करने के लिए इंतजार नहीं करना होगा कि जब आपकी इनकम ज्यादा होगी तब आप निवेश कर सकते है।
- लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक:- एसआईपी यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के द्वारा आप निवेश करके अपनी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं जैसे कि कार खरीदना, घर बनाना, पढ़ाई करना आदि। बाजार में हजारों स्कीम उपलब्ध है उनमें से आप अपने निवेश अपने जरूरतों के हिसाब से कर सकते हैं।
- आकर्षक रिटर्न और कंपाउंडिंग:- म्यूचुअल फंड में अच्छी रिटर्न और कंपाउंडिंग देखी जाती है। जैसे कि मान लीजिए आपने 5000 की एसआईपी स्टार्ट की उसमें रेट ऑफ रिटर्न 12% है और निवेश का समय 15 साल है तो उसे मैच्योरिटी होगी 25.2 लाख रुपए वहीं अगर आप इस निवेश के समय को 5 वर्ष तक बढ़ा देते हैं तो आपकी मैच्योरिटी होगी 50 लाख रुपए तो आपने देखा इसमें 5 साल में ही आपका डबल फायदा हो गया।
- विभिन्न प्रकार की योजनाओं में निवेश की सुविधा:- जैसा कि दोस्तों आप जानते हो म्यूचुअल फंड में अनेक प्रकार के कैटिगरीज होते हैं। उसमें से आप अपने रिस्क प्रोफाइल के अनुसार कोई भी बेस्ट स्कीम का चुनाव कर सकते हैं। जैसे कि अगर आप ज्यादा रिस्क लेने वाले निवेश करने वाले हैं तो स्मॉल कैप फंड के साथ जा सकते हैं। वहीं अगर आप ऐसे निवेश करने वाले हैं जो रिस्क लेना पसंद नहीं करते हैं या कम रिस्क लेना चाहते हैं तो आप ब्लू फंड और डिबेट फंड का चुनाव कर सकते हैं।
- निवेश में विविधता:- म्यूच्यूअल फंड का एक फायदा यह है कि आपका पैसा अलग-अलग सेक्टर में निवेश रहता है जिससे आपके निवेश में विविधता बनी रहती है। मान लीजिए किसी सेक्टर में जैसे कि बैंकिंग सेक्टर में किसी कारणवश मंदी आ गई है तो इससे आपके संपूर्ण पोर्टफोलियो पर कोई अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि आपका निवेश पहले ही अलग-अलग जगहों में बटा हुआ है।
- निवेश करने में आसान:- म्यूचुअल फंड में निवेश करना बहुत ही आसान है। म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आप डायरेक्ट एएमसी का वेबसाइट प्रयोग कर सकते हैं, किसी ब्रोकर या एजेंट की सहायता ले सकते हैं। या फिर मोबाइल ऐप का प्रयोग कर सकते हैं जैसे कि ग्रो एप, पेटीएम मनी एप, मायकैम्स, कुवेरा ऐप आदि। आप इसमें म्यूच्यूअल फंड को तुलना सकते हैं। और बाद में अपना पोर्टफोलियो ट्रैक भी कर सकते हैं। आजकल ऑनलाइन होने के कारण यह प्रक्रिया बहुत आसान बन गया है। इसमें बस आपको निवेश करने के लिए आपको एक बार KYC कराना होता है।
- निवेश करने की कम लागत:- म्यूचुअल फंड में अगर आप निवेश करते हैं तो आपको एक्सपेंसस रेशियो के अलावा कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता है। यह एक्सपेंसस रेशियो बहुत ही कम होता है यानी सामान्यत: एक से दो प्रतिशत ही होता है। अगर आप डायरेक्ट प्लान का चुनाव करेंगे तो यह एक्सपेंस रेश्यो रोजाना प्लेन की तुलना में थोड़ा कम रह जाता है।
- म्यूच्यूअल फंड से समय की बचत:- दोस्तों अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं तो आपको उसके लिए समय देना होगा। परंतु म्यूच्यूअल फंड के मामले में ऐसा नहीं है अगर आप 6 महीने या 1 वर्ष के बाद भी पोर्टफोलियो को रिव्यु करेंगे तो भी आपका काम चल जाएगा।
- सुरक्षित निवेश:- म्यूच्यूअल फंड और स्टॉक मार्केट का रेगुलेटर SEBI है। जैसे कि बैंकों का आरबीआई है वैसे ही यहां पर सेबी है। सेबी के अंतर्गत सभी म्यूच्यूअल फंड पंजीकृत होते हैं। सेबी इनके ऊपर कड़ा नियंत्रण रखता है एवं नियमों की पालन सुनिश्चित करता है।
- पैसा निकालने में आसानी:- कई बार ऐसा होता है कि हम निवेश तो कर देते हैं परंतु कुछ कारण से हमें पैसों की आवश्यकता पड़ जाती है और निवेश किया हुआ पैसा निकालने की आवश्यकता पड़ती है। परंतु कई निवेश के प्लान में लॉक इन पीरियड होता है जिस वजह से हम पैसा वापस नहीं निकाल पाते हैं। परंतु म्यूच्यूअल फंड में ऐसा नहीं है। इसमें जिस दिन आप रेडमसम रिक्वेस्ट डालेंगे उसके दो-चार दिन के अंदर पैसा आपके बैंक अकाउंट में आ जाता है।
चलिए अब हम एक नजर इसपे भी डालते है की mutual fund ka nuksan kya hai?
म्यूच्यूअल फंड के नुकसान क्या है?
- रिटर्न की अनिश्चितता:- कई ऐसे निवेश के प्लान है जिसमें फिक्स इंटरेस्ट रेट होता है जैसे कि फिक्स्ड डिपॉजिट, पोस्ट ऑफिस आदि परंतु म्यूच्यूअल फंड के रिटर्न स्टॉक मार्केट से जुड़े होने के कारण हमेशा ऊपर नीचे रहते हैं। और हमेशा बहुत रिक्स बना रहता है खास तौर पर कम समय में अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं तो इसमें ज्यादा रिस्क है वही यदि आप लंबे समय के लिए निवेश कर रहे है तो इसमें रिस्क थोरा कम हो जाता है।
- म्यूच्यूअल फंड की लागत:- म्यूच्यूअल फंड की लागत के रूप में एक्सपेंसेस रेश्यो होता है जो कि बहुत कम होता है। लेकिन यह लंबे समय के लिए काफी ज्यादा अंतर पैदा कर देता है इसलिए कभी भी किसी निवेश को करते समय उसके एक्सपेंसिव रेश्यो और अन्य खर्चों के बारे में अच्छी तरह से जानकारी प्राप्त कर लें।
- लॉक इन अवधि:– वैसे तो अधिकांश म्यूचुअल फंड में कोई लॉक इन अवधि नहीं होती परंतु क्लोज इंडेड पीरियड स्कीम और इएलएसएस में लॉक इन पीरियड होता है। इसीलिए अपनी आवश्यकतानुसार सही म्यूच्यूअल फंड का चुनाव करें।
- म्यूच्यूअल फंड रिटर्न पर टैक्स:- अधिगम सरकारी योजनाओं मैच्योरिटी टैक्स फ्री होती है पर म्यूचुअल फंड के मामले में ऐसा नहीं है। 1 वर्ष के भीतर बेचने पर आपको शॉर्ट टर्म कैपिटल गैन देना होगा वहीं 1 वर्ष बाद बेचने पर आपको शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स देना होता है।
म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना चाहिए कि नहीं?
मेरे हिसाब से म्यूचुअल फंड सही है इसमें इन्वेस्ट करना चाहिए। यदि आप अपने पैसे को कही इन्वेस्ट करना चाहते है तो आपको म्यूचुअल फंड में भी इन्वेस्ट करना चाहिए। आज के ज़माने में यदि आप अपना पैसा बैंक में FD के रूप में रखते तो आपको ज्यादा से ज्यादा 5-6% ही इंटरेस्ट मिलेगा वही यदि आप एक अच्छा म्यूचुअल फंड में पैसा लगते है यानी इन्वेस्ट करते है तो इसमें आपको 15% से 20% तक का इंटरेस्ट काफी आसानी से मिल जाते है।
यदि आप ज्यादा रिस्क लेना नहीं चाहते है तो आपके पास जितना पैसा है आप उसमे से कुछ हिस्सा यानी 40% से 50% म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर दे और बाकि का पैसा का आप FD करवा ले या कही और इन्वेस्ट कर दे। अब आप जितना पैसा म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने का प्लान किए है उसे 2-3 अलग अलग म्यूचुअल फंड कंपनी में डाले इससे आपका रिस्क और कम हो जाएगा और आपके अच्छा रिटर्न मिलने का chance भी बढ़ जाता है। म्यूचुअल फंड में भले ही रिस्क होता है पर यदि आप अपनी सुझबुझ से एक अच्छा कंपनी के म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करे तो इसमें आपको काफी अच्छे रिटर्न प्राप्त हो सकते है।
चलिए अब हमलोग जानते है की mutual funds me invest kaise kare?
म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कैसे करें?
आजकल म्यूचुअल फंड में निवेश करना बहुत ही आसान हो गया है। आप अपने मोबाइल फोन से भी निवेश कर सकते हैं। आजकल मार्केट में बहुत सारे मोबाइल ऐप उपलब्ध है। जिनका म्यूचुअल फंड के कंपनियों से tie up है। इन app के द्वारा म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करना बहुत ही आसान होता है इन एप पर आपको अपने डाक्यूमेंट्स और फोटो अपलोड करना होता है यानी अपनी केवाईसी करनी होती है। फिर स्टेप बाय स्टेप ऑनलाइन पेमेंट करके आसानी से म्यूच्यूअल फंड प्लान ले सकते हैं। इसके अलावा कुछ बैंक और कंपनियां भी म्युचुअल फंड चलाती है जैसे एसबीआई, आईसीआई बैंक, एचडीएफसी, रिलायंस, एल & टी, कोटक महिंद्रा, आदित्य बिरला ग्रुप आदि। तो अगर आपको म्यूचल फंड में निवेश करना है तो आप आसानी से ऑनलाइन निवेश शुरू कर सकते हैं या आप इनका ऑफिशल विजिट करके इनसे संपर्क कर सकते हैं।
तो दोस्तो यह रहा म्यूचुअल फंड क्या है हिंदी में पूरी जानकारी जिसमे हमने what is the mutual funds in hindi के बारे में वह सारी जानकारी के बारे में जाने जो किसी म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आपको जानने चाहिए। दोस्तो आशा करती हूं कि mutual fund kya hota hai से जुड़ी दी गई जानकारी से आप संतुष्ट है और आपके मन में what is mutual fund in hindi से जुड़े जितने भी सवाल थे सारे सवालों के जवाब मिल गया होगा।
म्यूचुअल फंड का अर्थ होता है आपसी निधि यानी Mutual Fund एक ऐसा निधि यानी रकम है जिसमे बहुत सारे लोगो के पैसे को इकठ्ठा यानी collect करके रखा जाता है। यानी Mutual Fund एक प्रकार की कंपनी होती है जिसमे बहुत सारे लोगो के पैसे को इकठ्ठा करके रखा जाता है। फिर कंपनी लोगो से इकठ्ठा किए गए पैसे को अच्छी से अच्छी जगह इन्वेस्ट किया जाता है ताकि ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सके।
म्यूचुअल फंड की शुरुआत 1963 हुई।
यदि आप सुझबुझ के साथ अच्छे म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करे तो इसमें आपको काफी अच्छे रिटर्न मिल सकता है।
इनके अलावा भी दोस्तो अगर आपके मन में म्यूच्यूअल फंड क्या है? से जुड़ी किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप हमें comments करके पूछ सकते है और मै पूरा कोशिश करूंगी की आपके सारे सवालों का जवाब दे सकूं।
दोस्तों,इसी प्रकार के informative articles के लिए हमारे साथ जुड़े रहे!
आपका बहुत-बहुत धन्यवाद…!!!